Tuesday 31 October 2017

सगे भाइयों का लंड मैंने एक साथ खाया और गांड भी चुदवा ली

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आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रही हूँ। मैं उम्मीद करती हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। दोस्तों मेरा घर कुशीनगर में है जो गोरखपुर के पास पड़ता है। जब रात में मैं सो जाती थी मेरे भाई ईशान और राजेश मेरे बदन को सहलाते थे। दोनों मेरे पास आकर मेरे बूब्स दबाते थे। धीरे धीरे मुझे अच्छा लगने लगा था। फिर धीरे धीरे मेरा भी चुदाने का मन कर रहा था। एक दिन ईशान अपने मोबाइल में एक ब्लू फिल्म ले आया।
“आओ बहन साथ में एक फिल्म देखी जाए” ईशान बोला
हम तीनो भाई बहन कमरे में वो चुदाई विडियो देख रहे थे। वो बहुत ही हॉट और सेक्सी विडियो था। देखकर मेरी चूत से पानी निकलने लगा। और राजेश और ईशान का लंड खड़ा हो गया था। मैं उस वक़्त 22 साल की जवान चुदासी लड़की थी और राजेश और ईशान 24 और 25 साल के हो चुके थे। हम तीनो का सेक्स करने का मन कर रहा था। फिर ईशान ने मेरा हाथ पकड़कर अपनी जींस पर रख दिया। मैं सहलाने लगी। फिर मेरे दूसरे भाई राजेश ने भी मेरा हाथ पकड़कर अपनी पैंट के उपर रख दिया। धीरे धीरे मुझे भी उनके लंड सहलाने में मजा आ रहा था। फिर ईशान सोफे पर बैठ गया और जींस की चेन उसने खोल दी। लंड बाहर निकालकर मेरे हाथ में पकड़ा दिया।
“नूरी मेरी बहन!! दुनिया में सभी बहने अपने अपने भाइयों के लंड फेटती है। लो तुम भी फेटो!!” ईशान बोला
दोस्तों उसका लंड तो 8” का खूब मोटा था। मुझे बड़ा अजीब लग रहा था। फिर धीरे धीरे मैं उसका लंड फेटने लगी। धीरे धीरे मुझे बहुत मजा आने लगा। मेरे लिए ये काम बहुत रोमांचकारी था। मेरा दूसरा भाई राजेश ईशान के बगल बैठ गया। मैंने 10 मिनट तक ईशान का लंड सहलाया और हाथ में लेकर घुमाया। अब राजेश को जलन होने लगी।
“नूरी!!! अब मेरे लौड़े को फेटो!” राजेश बोला तो मैं उसके लंड को फेटने लगी। धीरे धीरे मुझे अच्छा लगने लगा तो मैं खुद ही चूसने लगी। मेरे भाई राजेश ने मेरे टॉप में हाथ डाल दिया। मेरे मम्मो को उसने पकड़ लिया और सहलाने लगा। मैं “……हाईईईईई…. उउउहह…. आआअहह” की आवाज निकालने लगी। धीरे धीरे मुझे सेक्स का नशा चढ़ रहा था। मैं बहुत ही सुंदर, सेक्सी और जवान लड़की थी। मेरा रंग भी काफी साफ़ था। देखने में मैं बिलकुल करिश्मा कपूर लगती थी। अब मुझे और मजा मिल रहा था। धीरे धीरे मैं तेज तेज राजेश का लंड चूसने लगी। मुंह में लेकर गले में अंदर तक चूस रही थी। इतना मोटा लंड था की मेरे मुंह में घुस नही रहा था। फिर राजेश जबरदस्ती मेरे मुंह में लंड देने लगा। मैं चूसने लगी। कुछ देर बाद ईशान खुद ही अपने लंड फेटने लगा। फिर उसने मुझे घसीट लिया और लंड चुसाने लगा।
धीरे धीरे मैं दोनों भाइयों के लंड चूसने लगी। अब मेरा भी चुदाने का बहुत मन कर रहा था। ईशान और राजेश मेरे कपड़े निकालने लगे। धीरे धीरे मैं पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। अपनी जींस और टॉप मैंने निकाल दिया। फिर अपनी ब्रा और पेंटी भी मैंने निकाल दी थी। मेरे भाई ईशान ने मेरे बाए बूब्स को पकड़ लिया और राजेश ने मेरे दाए बूब्स को पकड़ लिया और सहलाने और दबाने लगे। धीरे धीरे दोस्तों मुझे सेक्स का पूरा नशा चढ़ गया था। आज मैं अपने सगे भाइयों से कसके चुदवाना चाहती थी। मेरे दोनों भाई मेरे खूबसूरत 36” के मम्मे को दबा रहे थे। मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” की नशीली आवाज निकाल रही थी। फिर मेरे भाइयों से मुझे सोफे पर लिटा दिया और मेरे चूची पीने लगे। ईशान मेरे बायीं चूची चूसने लगा तो राजेश मेरी ढाई चूची चूसने लगा। उधर मैं चुदासी होने लगी थी। मेरा लंड खाने का बहुत मन कर रहा था। मेरे दोनों भाई मेरी जवानी का भरपूर मजा ले रहे थे। मेरी रसीली चूचियों को वो दोनों चूस रहे थे और भरपूर मजा ले रहे थे। मेरी चूत अब मेरे ही माल से गीली हो गयी थी।
“बहन!! अगर आज हम दोनों भाई तेरी रसीली चूत का भोग लगाऐ तो तुम मम्मी से तो नही बोलोगी???” ईशान ने पूछा
“भाई! मैं तो खुद ही तुम दोनों से चुदवाना चाहती हूँ। मैं मम्मी से नही कहूँगी। तुम दोनों आज मुझे कसके चोद लो। मेरे रूप का रस पी लो” मैंने कहा
उसके बाद ईशान और राजेश फिर से मेरी चूची को चूसने और पीने लगे। धीरे धीरे मैं और गर्म होती चली गयी। मेरे दोनों भाइयों से 30 मिनट मेरे मेरी चूची चूसी और भरपूर मजा ले लिया। उसके बाद ईशान मेरे जिस्म को सहलाने लगा। मेरे पेट और कंधों को वो चूमने लगा। मेरी जवानी और खूबसूरती देखकर उसका लंड बार बार खड़ा हो जाता था। फिर ईशान मेरे पेट को बड़ी देर तक सहलाता रहा और होठो से चुम्मी लेता रहा। मेरी चूत को उसने बड़ी देर तक सहलाया। फिर वो मेरी चूत चाटने लगा। मेरा दूसरा भाई राजेश मेरे मुंह की तरफ आकर खड़ा हो गया। उसने पकड़े निकाल दिए। वो नंगा हो गया। उसने अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया। मैं सोफे पर लेटी थी। राजेश का लंड चूस रही थी और ईशान मेरी चूत पी रहा था। इस तरह हम तीनो सेक्स और वासना का मजेदार खेल खेल रहे थे। हम तीनो आज गर्मा गर्म सेक्स करना चाहते थे। ईशान तो मेरी चुद्दी [चूत] के पीछे पूरी तरह से पागल हो गया था। वो जल्दी जल्दी अपनी जीभ से मेरी बुर चाट रहा था। मुझे बहुत जादा उतेज्जना हो रही थी। ईशान मेरे चूत के दाने को चबा रहा था। मेरी तो जान ही निकल रही थी। दोस्तों मैं पूरी तरह से नंगी थी।
मेरा जिस्म भरा हुआ था। मैं बिना कपड़ो में बहुत ही सेक्सी माल लग रही थी। मेरा हाथ जल्दी जल्दी राजेश के लौड़े पर टहल और घूम रहे थे। मैंने लेटकर राजेश का लौड़ा चूस रही थी। नीचे की साइड ईशान मेरी चूत की पूजा कर रहा था। उसके पुरे मुंह में मेरी चूत से निकला सफ़ेद रंग का माल लगा हुआ था। जैसे उसने अभी दूध में मुंह डालकर मलाई खा ली हो। ऐसा ही लग रहा था। फिर उसने सारे कपड़े निकाल दिए और नंगा हो गया। ईशान ने मेरे दोनों पैर पकड़ लिए और अपनी तरफ खींचा। जैसे मैं कोई बजारू रंडी हूँ। मेरे खूबसूरत गोरे पैर उसने खोल दिए। मेरी चूत पर लंड उसने रख दिया। और सट से एक जोर का धक्का मारा। ईशान का 8” का लौड़ा मेरी चूत में किसी चाक़ू की तरह अंदर उतर गया। मेरे दूसरे भाई राजेश ने मुझे पकड़ लिया था जिससे मैं मना ना कर पाऊं। ईशान मुझे जल्दी जल्दी चोदने लगा। मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” की आवाज निकाल रही थी।
मुझे बहुत नशीला नशीला लग रहा था। बहुत हॉट और सेक्सी महसूस हो रहा था। ईशान के हाथ मेरी खूबसूरत भरी जाँघों पर थे। वो जल्दी जल्दी मेरी चूत का भोग लगा रहा था। मैं चुद रही थी अपने ही सगे भाई से। मैं लंड खा रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। बड़ा अजीब अहसास था वो। कुछ देर बाद ईशान ने अपनी पावर बढ़ा दी। वो और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा। मेरी कुवारी चूत को चोद चोदकर उसने उसका भर्ता बना डाला। मेरी चूत को बर्तन की तरह उसने धो दिया। मेरी चूत अब फट गयी थी। ईशान तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था। बस जल्दी जल्दी मुझे चोद रहा था। सोफे पर ही मेरी ठुकाई हो रही थी। अपने ही घर में मेरी चूत का बाजा बज रहा था। मेरे दूसरे भाई राजेश ने मुझे कसके पकड़ लिया था। वो नही चाहता था की मैं चुदवाने से मना करूँ।
दोस्तों, ईशान ने तो उस दिन मुझसे भरपूर मजा लूट लिया। 18 मिनट उसने मुझे रगड़कर चोदा। मेरी चूत फाड़कर रख दी। फिर माल भी चुद्दी में गिरा दिया। ईशान हटा तो राजेश मेरी चूत पर आ गया। उसने अपना 9” का लंड मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा। मैं फिर से “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” की मीठी आवाजे निकालने लगी। मैं लम्बी लम्बी सिस्कारियां लेने लगी। अब मैं अपने दूसरे भाई का लंड खा रही थी। राजेश ने मेरी चूत की पिच पर शानदार बैटिंग की। मुझे पेल पेलकर मेरी चुद्दी फाड़ के रख दी। मेरी चूत की एक एक सिलाई राजेश भाई ने खोल दी। मैं पागल हो रही थी। सूखे पत्ते की तरह कांप रही थी। मेरे पूरा जिस्म में सनसनी हो रही थी। राजेश का लंडमेरी चूत को किसी धोबी की तरह धो रहा था। उसकी कुटाई कर रहा था। राजेश भाई के शानदार धक्के से मैं सोफे पर चुद रही थी और सोफे से चू चूं की आवाज निकल रही थी।
फिर राजेश ने अपना मोटा खीरे जैसा लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया और जल्दी जल्दी मेरी चूत चाटने लगा। आह मेरे जिस्म में कामवासना की आग लग चुकी थी। दोस्तों मैं अब और चुदाना चाहती थी। राजेश जल्दी जल्दी मेरी चूत को पी रहा था। मेरी चूत के भीतर उसकी जीभ घुसी जा रही थी। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की आवाजे निकाल रही थी। मेरे चूत के दाने को राजेश दांत से काट रहा था और शरारत में उपर उठा लेता था। मेरी तो जान ही निकल रही थी। राजेश तो मेरी चूत को खा ही लेना चाहता था। मेरी चूत बहुत गुलाबी थी। बहुत खूबसूरत लग रही थी। साफ़ था की राजेश मुझे और जादा चोदना चाहता था। मेरी चूत को उसने 10 मिनट पीया, फिर मेरी चूत में लंड डाल दिया और मुझे चोदने लगा। राजेश के तेज धक्के से मेरी दोनों खूबसूरत चूचियां हिलने लगी तो मेरे बड़े भाई ईशान ने मेरे चूचियां पकड़ ली और सहलाने लगा, दबाने लगा। ईशान ने अपना 8” का लंड एक बार फिर से मेरे मुंह में दे दिया।
किसी रंडी की तरह मैं चूसने लगी। फिर हाथ से फेटने लगी। उधर राजेश जल्दी जल्दी मेरी चूत बजा रहा था। मैं तडप रही थी। कुछ देर उसने अपनी रफ्तार बढ़ा दी। राजेश ने मुझे कुल 20 मिनट चोदा, फिर जल्दी से लंड मेरी चूत से निकाल लिया। दोनों भाई अब मेरे मुंह के सामने लंड अपने अपने हाथ से फेटने लगे। कुछ देर बाद दोनों के लंड से माल निकला और सीधा मेरे मुंह में चला गया। दोनों का माल मैं चाट गयी और पी गयी। मुझे आज बहुत अच्छा लगा था। आज का दिन मेरी जिन्दगी का सबसे शानदार दिन था। आज मैंने अपने दो भाइयो से कसके चुदा लिया था। मेरी चूत और वासना की आग आज शांत हो गयी थी। कुछ देर बाद मेरे दोनों हब्सी भाइयों के लौड़े फिर से खड़े हो गये।
“नूरी बहन!! अब हम दोनों भाई तेरी गांड चोदेंगे!!” ईशान और राजेश एक स्वर में बोले
“भाई किसी और दिन चोद लेना” मैंने कहा तो वो दोनों माने ही नही और मुझे सोफे पर ही कुतिया बना दिया। मैं अपने घुटनों को मोड़कर कुतिया बन गयी। मैंने अपना खूबसूरत पिछवाडा उपर उठा लिया था। मैं पूरी तरह से नंगी थी और बहुत हॉट और सेक्सी माल लग रही थी। अंदर से मेरा भी गांड मराने का मन कर रहा था। ईशान आकर मेरे गोल मटोल पुट्ठे को किस करने लगा। मेरे दोनों पुट्ठे को वो सहला रहा था। फिर वो मेरी गांड में जीभ लगाकर चाटने लगा। मुझे बहुत जोर की उत्तेजना हुई। मैं “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…” की आवाज निकालने लगी। ईशान जल्दी जल्दी मेरी कुवारी गांड चाटने और पीने लगा। वो मेरी चूत भी सहला रहा था। मुझे डबल मजा और डबल उत्तेजना हो रही थी। फिर ईशान मेरी गांड में ऊँगली करने लगा। मैं तो कापने लगी। मेरे पूरे जिस्म में आग सी लग गयी थी। ईशान के सीधे हाथ की बीच वाली ऊँगली पूरी मेरी गांड में घुस गयी थी। वो जल्दी जल्दी मेरी गांड फेट रहा था। दोस्तों, मैं तो मरी जा रही थी। ईशान ने मेरी गांड 20 मिनट की ऊँगली की और छेद चौड़ा कर दिया। फिर उसने अपना 8” का लंड डाल दिया और जल्दी जल्दी मेरी गांड चोदने लगा।
मैंने जल्दी से सोफे की एक गद्दी को हाथ में पकड़ लिया था। क्यूंकि मुझे दर्द भी हो रहा था और मजा भी मिल रहा था। ईशान का मोटा लंड मेरी कुवारी गांड को चोद रहा था। बड़ा अलग और हटकर अहसास था वो। कैसे मैं आपको बताऊं। कुछ देर बाद तो ईशान ने मेरे दोनों कुल्हे पर हाथ रख लिए और जल्दी जल्दी मेरी गांड मारने लगा था। अब मेरी गांड का छेद चार गुना चौड़ा हो गया था। फिर उसने लंड बाहर निकाल लिया और गांड को चाटने लगा। अपनी मेहनत देखकर उसे बहुत खुसी मिल रही थी। कुछ देर बाद ईशान ने फिर से लंड मेरी गांड में डाल दिया और चोदने लगा। उसने 40 मिनट मेरी गांड को फक किया और कसके चोदा। फिर मेरा दूसरा भाई राजेश मेरी गांड पर आ गया। अब उसने अपना 9” का लंड मेरी गांड में डाल दिया और चोदने लगा। दोस्तों अब तो मैं एक असली रंडी बन चुकी थी। आज मैंने अपनी चुद्दी [चूत] और गांड, दोनों चीज चुदवा ली थी। आज मैं एक असली छिनाल बन गयी थी।
राजेश ने जमकर मेरी गांड चोदी और छेद को और बड़ा कर दिया। उसे बहुत टाईट लग रहा था। मैं “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” की आवाज निकाल रही थी। मेरी गांड में अजीब सी सनसनाहट हो रही थी। मेरी चूत से रस टपक रहा था और सोफे पर गिर रहा था। राजेश तो रुक ही नही रहा था। इस तरह वो जल्दी जल्दी मुझे पेलता रहा। मैं गांड मराती रही। फिर वो मेरी गांड में ही झड़ गया। उसने माल मेरी गांड में गिरा दिया। दोस्तों अब इस बात को 1 साल हो गया है। मेरी मम्मी को इस काण्ड के बारे में कुछ नही मालुम है। अब मैं अपने दोनों सगे भाइयों से फंस गयी हूँ। जब भी वो मेरी चूत और गांड मांगते है, मैं दे देती हूँ।

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